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मोहन राम बाबा के बारे में...
ये बात तो हम सभी जानते हैं कि जब कभी धरती पर पापों का घड़ा भरा है, तब भगवान ने अपना अवतार रूप लेकर पापों को नष्ट किया है। आज से लगभग 350 वर्ष पहले गांव मिलकपुर जिला अलवर, राजस्थान में भगवान ने मोहन राम बाबा के रूप में अवतार लिया था तो आओ जानते हैं मोहन राम बाबा कौन हंै।
कुछ लोगों का मानना है कि मोहन राम बाबा तीन भगवानो से मिलकर बने है, परन्तु ऐसा नही है, मोहन राम बाबा तो कलयुग में भगवान श्री कृष्ण के अवतार है।
ऐसा भी कहा जाता है कि मोहनराम बाबा ने एक साधु के रूप में अवतार लिया था जिस कारण इनको बाबा कहा जाने लगा और स्वयं इन्होंने अपना नाम मोहन राम बताया था तो इसलिए इनको मोहन राम बाबा के नाम से जाना जाता है। मोहन राम बाबा पीले वस्त्र पहने हुए, नीले घोडे़ पर सवार, एक हाथ मे रूद्राक्ष की माला, दूसरे हाथ मे चिमटा, सर के चारांे तरफ एक सोने की अंगूठी जिसके आगे की तरफ मोर पंख है ऐसी वेशभूषा में दिखाई देते हैं।
आज मोहन राम बाबा की मान्यता पूरे भारतवर्ष में फैली हुई है बहुत दूर-दूर से भक्तगण मोहन राम बाबा के दर्शनों के लिये बाबा के दरबार में आते हैं, कहा जाता है कि मोहन राम बाबा हमेशा अपने सभी भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि बनायें रखते हैं, जो कोई भी भक्त ‘काली खोली धाम’ में मोहन राम बाबा के दर्शनों के लिये आता है और सच्चे मन से बाबा से दुआ मांगता है तो उसकी हर मुराद पूरी होती है।
इसके अलावा जिन भक्तों की मुरादें पूरी हुई हैं उनके कई किस्से-कहानियां भी हैं जिनकी सत्यता के प्रमाण भी मिलते हैं। मोहन राम बाबा के भक्त कोसों दूर से नंगे पांव चलकर, लेटकर, गाड़ी, बस, ट्रेन इत्यादि से मोहन राम बाबा के दर्शनों के लिये पंहुचते हैं और दर्शन करके खुद को कृतार्थ महसूस करते हैं।
हम अपनी बेवसाइट के माध्यम से उन सभी भक्तों से निवेदन करते हैं, जिन्होंने अपने दोस्तों, पड़ोसियों, रिश्तेदारों से या कहीं आते-जाते, मोहन राम बाबा का नाम व उनकी कीर्ति के बारे में तो जरूर सुना है लेकिन कभी उनके दर्शन नहीं किये, तो उन सभी भक्तों को एक बार काली खोली धाम अवश्य जाना चाहिये और बाबा के दर्शन कर, वहां मिलने वाले प्रसाद के रूप में बाबा का आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिये, जिससे उनके जीवन में आने वाली समस्त विपत्तियां हमेशा के लिये उनसे दूर रहें।
मोहन राम बाबा के मुख्य मंत्र
पूजा करते समय 7 बार अवश्य बोलने चाहियें
पहला मंत्र
ॐ मोहन राम नमः
दूसरा मंत्र
ॐ निराकाय जोति नमः
तीसरा मंत्र
ॐ मोहन ॐ
चोथा मंत्र
ॐ हरि आभा गाभा महाराज बाबा राम नमो
पांचवां मंत्र
ॐ श्री अलख अखंड निरंजन निराकार नारायण ज्योति स्वरूपम श्री बाबा मोहनराम नम्:
पूजा की विधि
मोहन राम बाबा जी की पूजा शुरु करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें…
1. घर में मास, लहसुन, शराब आदि का उपयोग ना करें।
2. सच्चे व निस्वार्थ दिल से पूजा करे।
3. कभी बाबा को लेकर झुठ न बोले।
4. पूजा नियम से करे।
5. पूजा करते समय मन भटकना नही चाहीए।
ये बाते ध्यान में रखकर ही पूजा शुरु करें।
पूजा में उपयोग सामग्राी
शुद्ध देशी घी या तील का तेल, लोंग, अंगारी, बतासे, कच्चा दूध, पक्षीयो के लिए चुग्गा, एक लोटे में जल, दीपक, माला आदि। ये सभी सामग्री लेकर आसन पर बैठकर सर्वप्रथम बाबा की दीपक जलाए, उसके बाद बाबा की चालीसा करे, फिर अंगारी पर अग्नि प्रज्वलीत करके, उसमे एक लोंग का जोडा व एक बतासे का भोग लगा दे फिर कच्चे दूध का भोग लगाए। इसके बाद खडे होकर आरती करे। उसके बाद आसन पर बैठकर मन्त्र का जाप करे मन्त्र ऊपर मिल जाएगे। फिर धोक लेकर उठ जाए और जलहरी भरकर चुग्गा डाले। करे।
पूजा का समय
सुबह 4:00 बजे से 9:00 बजे तक
शाम 6:00 से 7:45 तक
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करे।
निशान्त शर्मा (7078297680)
मोहन राम बाबा के मनभावन चित्र
कहते है पूरे संसार में प्रभुभक्ति से बड़ा कोई धन नहीं है और मोहन राम बाबा के भक्तों की आस्था की कोई सीमा नहीं है, मोहन राम बाबा भी अपने भक्तों पर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनायें रखते है.
बोलो मोहन राम बाबा की जय !
मिलकपुर में मोहन राम बाबा के मंदिर परिसर का बाहरी दृश्य
काली खोली धाम मे प्रज्जवलित ज्योति
मित्रों हमें उम्मीद है कि काली खोली धाम और मोहनराम बाबा की यह वेबसाइट आपको जरूर पंसद आई होगी। अगर आपको मोहनराम बाबा या काली खोली धाम से जुड़ी कोई भी ऐतिहासिक जानकारी, किस्सा या कहानी मालूम है जो कि आप मोहनराम बाबा के सभी भक्तों तक पंहुचाना चाहते है तो आपसे हमारा विनम्र निवेदन है कि आप हमसे फोन, व्हाट्सएप या ई-मेल के माध्यम से जरूर संपर्क करें। हमारा प्रयास है कि काली खोली धाम नाम विश्व विख्यात हो। जो कि इस वेबसाइट के माध्यम से काफी हद तक संभव है।